कर्ज मुक्ति के उपाय
।ॐ गं गणेशाय नमः। ॐ सूर्याय नमः। ॐ विष्णु नमः। ।ॐ शिवाय नमः। ॐ दुर्गे नमः।
।ॐ श्री गुरुवे नमः।
।हरे कृष्ण हरे राम।
।ऋणमोचन मंगल स्तोत्र पाठ करें एवं कर्ज से मुक्ति पाएं।
मंगल ग्रह भूमि पुत्र हैं इसलिए उन्हें भौम भी कहा जाता है। मंगल ग्रह कुमार हैं एवं ऊर्जा व पराक्रम का प्रतीक है। वे भूमि एवं उससे जुड़ी धन-संपत्ति का कारक ग्रह हैं। जातक की कुंडली में किसी कारणवश असंतुष्ट मंगल की दृष्टि रहने पर धनक्षय का योग बनने लगता हैं। यह कारण से आमदनी कम एवं खर्चे की मात्रा अधिक होने लगती है, तथा इस प्रकार ऋण या कर्ज़ चढ़ने लगते हैं।
यह समस्या से मुक्ति पाने हेतु निम्न में दिए हुए उपाय को भक्ति, श्रद्धा एवं निष्ठा सहित पालन करने से लाभ मिलेगा ऐसा मानना चाहिए।
अपनी कुंडली की जांच करवाने हेतु दिए हुए ईमेल आईडी पर सटीक जन्म समय, जन्म दिनांक एवं जन्मस्थान भेजकर संपर्क करें।
- दैनिन्दन जीवन में सात्विक नियमों का पालन करें।
- स्त्री एवं मातापिता अथवा वयस्क गुरुजनों से तर्क वितर्क करने से बचें।
- तामसिक भोजन का सेवन को बंद करने या छोड़ने का प्रयास करें।
- प्रातः काल शिवलिंग पर पानी चढ़ाएं एवं मंगल मन्त्र का जप करें। मंगल मन्त्र हेतु लिंक में क्लिक करें।
- संध्या काल गणपति अथवा हनुमान का दर्शन करें एवं पूजा करें।
- मंगलवार सूर्यास्त के बाद उपवास करने से उचित लाभ होगा यह मानना चाहिए।
उधार चुकता होने तक नित्यदिन ऋणमोचन कवच का पाठ करें।
विशेष- हर मंगलवार की संध्या में तीन बार ऋणमोचन कवच का पाठ करें।