शारदीय दुर्गापूजा एवं नौ रात्रि 2021, जाने तिथि एवं समय। Shardiya Durga Puja, Navratri 2021

शारदीय दुर्गापूजा एवं नौ रात्रि 2021, जाने तिथि एवं समय।

Shardiya Durga Puja, Navratri 2021

प्रति वर्ष की तरह यह वर्ष भी शारदीय दुर्गापूजा का उत्सव प्रारम्भ हो रहा है। कोरोना काल की इस संकटमय समय से वसुंधरा को माता दुर्गा अवश्य ही रक्षा करेंगी यही प्रार्थना है श्रीमाता से।

सनातन धर्म में माता दुर्गा स्वयं शक्ति है एवं सृष्टि की रचयिता है। माता अपने दस हातों से समग्र ब्रह्मांड का संचालन करती हैं।

नवरात्रि पूजा की तिथि, दिनांक व दिन।

यह वर्ष शुक्ल प्रतिपदा बुधवार 06 अक्टूबर 2021 04:16 pm से प्रारंभ हो रही है। परन्तु शास्त्र अनुसार उदित तिथि को मानकर ही दिन को स्थिर किया जाता है। इस तरह से दिनांक 07अक्टूबर 2021, शुक्लपक्ष, दक्षिणायन, गुरुवार को उदित तिथि प्रतिपदा से नवरात्रि उत्सव का शुभारंभ होगा।

07 अक्टूबर 2021, गुरुवार- देवी शैलपुत्री

प्रतिपदा-सूर्योदय से 01:48 pm 

इसके पश्चात द्वितिया प्रारम्भ।

08 अक्टूबर 2021- शुक्रवार-देवी ब्रह्मचारिणी

द्वितिया-सूर्योदय से 10:50 am

इसके पश्चात तृतिया प्रारम्भ।

09 अक्टूबर 2021- शनिवार-देवी चन्द्रघण्टा

तृतिया-सूर्योदय से 07:51 am

इसके पश्चात चतुर्थी प्रारम्भ।

09 अक्टूबर 2021- चतुर्थी(क्षय तिथि)-07:51 am से 10 अक्टूबर की 04:57 am तक।

इसके पश्चात पंचमी प्रारम्भ- देवी कुष्मांडा

10 अक्टूबर 2021-रविवार- देवी स्कंदमाता

पँचमी- सूर्योदय से देर रात्रि 02:16 am तक(11अक्टूबर 2021)।

इसके पश्चात षष्ठी प्रारम्भ।

11 अक्टूबर 2021-सोमवार-देवी कात्यानी

षष्ठी- सूर्योदय से 11:16 pm,

इसके पश्चात सप्तमी प्रारम्भ।

12 अक्टूबर 2021-मंगलवार-देवी कालरात्रि

सप्तमी-  सूर्योदय से 09:50 pm

इसके पश्चात अष्टमी प्रारम्भ।

13 अक्टूबर 2021-बुधवार-देवी महागौरी

अष्टमी- सूर्योदय से 08:10 pm

उसके पश्चात नवमी प्रारम्भ।

14 अक्टूबर 2021-गुरुवार-देवी सिद्धिदात्री

नवमी-सूर्योदय से 06:54 pm

इसके पश्चात दसमी प्रारम्भ।

15 अक्टूबर 2021-शुक्रवार

दसमी-सूर्योदय से 06:04 pm

महाविसर्जन

इसके पश्चात एकादशी प्रारम्भ।

विशेष: यह शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि क्षय तिथि होने पर इस वर्ष की नवरात्रि कुल आठ दिनों की है।

माता की आगमन सवारी

प्रतिपदा गुरुवार के दिन है अतः श्रीमाता का आगमन पालकी अर्थात डोली पर हो रहा है।

माता की गमन सवारी

विजया दशमी शुक्रवार के दिन है अतः श्रीमाता का प्रस्थान गज अर्थात हाथी पर हो रहा है।

कलश स्थापना शुभ मुहूर्त

06:34 am- 08:02 am

10:58 am- 12:26 pm (अभिजीत मुहूर्त सहित)

दिन में अन्य शुभ समय

12:26 pm- 03:22 pm

ध्यान रखें: प्रतिपदा तिथि सूर्योदय से 01:48 pm तक रहेगी।

विशेष: सटीक मुहूर्त के लिए देश अनुसार तथा सूर्योदय एवं सूर्यास्त अनुसार स्थानीय पञ्चाङ्ग अथवा स्थानीय पुरोहित से संपर्क करें ।

यहाँ तिथि गणना मुम्बई स्थानीय समय अनुसार है।

माता दुर्गा के प्रिय पुष्प एवं पत्र

परमेश्वर महादेव को जो पुष्प अथवा पत्र प्रिय है वे सभी माता जगतजननी को भी अत्यंत प्रिय है। सभी प्रकार के लाल फूल माता को प्रिय है। सुगंधित श्वेत फूल भी उन्हें प्रिय है। 

लाल कमल, तगर, बेला, जसवंती, चमेली, चम्पा, श्वेत कमल, बेलपत्र नील एवं श्वेत अपराजिता माता के अति प्रिय फूल है।

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