।।बुध मंत्र।।
।।वैदिक मन्त्र।।
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेधामयं च।
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वे देवा यशमानश्च सीदत।।
।।पौराणिक मन्त्र।।
प्रियंगुकलिकाश्यामं रुपेणाप्रतिमं बुधम।
सौम्यं सौम्यगुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम।।
।।बीज मंत्र।।
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नमः
।।सामान्य मन्त्र।।
ॐ बुं बुधाय नमः
।।बुधगायत्री।।
चन्द्रपुत्राय विदमहे रोहिणी प्रियाय धीमहि तन्नोबुध: प्रचोदयात।
।।पूजा मन्त्र।।
ॐ ऐँ स्त्रीँ श्रीँ बुधाय नमः
।।सरल मन्त्र।।
श्री बुधदेव नमः
जप संख्या 9000
जप समय प्रातः काल
इन मन्त्रों में से कोई भी एक मन्त्र का निश्चित संख्या में नित्यदिन जप करना चाहिए।
।।बुध स्तुति।।
जय शशिनन्दन बुध महाराजा।
करहु सकल जन कहं शुभ काजा।।
दीजै बुद्धि सुमति बल ज्ञाना।
कठिन कष्ट हरि हरि कल्याना।।
हे तारासुत रोहिणि नन्दन।
चन्द्र सुवन दुःख दूरि निकन्दन।।
पूजहू आसदास कहं स्वामी।
प्रणत पाल प्रभु नमो नमामी।।